Kundi Lagalo

कुंडी लगाले सईया
तुम्हार को जन्नत दिखती मै
जन्नत दिखाती मै, जन्नत दिखाती मै, जन्नत दिखाती
दिखाती, दिखाती, तीनों जन्नत दिखाती
ओए, ओए, ओए, ओए

परेशान न हो बलमा
सच्ची मोहब्बत सिखाती, सच्ची मोहब्बत दिखाती, सच्ची मोहब्बत दिखाती
सिखाती, दिखाती, सच्ची मोहब्बत सिखाती
ओए, ओए, ओए, ओए

कैसा बना है हाल
मुंह पे ताले बड़े है, गम के छाले पड़े है
मुंह ना फेरो जी सरकार
अरमा जगे है, आके खाली खड़े हैं
तेरे दिल को नही है दरकार
फिर भी जन्नत दिखाती, फिर भी जन्नत दिखाती
दिखाती, दिखाती, मैं जन्नत दिखाती
ओए, ओए, ओए, ओए

अंधेरी जिंदगानी है उजाला भर दू
खाली-खाली आत्मा है दोबारा भर दू
इज्जत की परवाह है, किनारे कर लो
किनारे, किनारे, किनारे कर लो
कुंडी लगा लो सई...

कुंडी लगा लो सईया
तुम्हार को जन्नत दिखती मै
जन्नत दिखती मै, जन्नत दिखती मै, जन्नत दिखती
दिखाती, दिखाती, तीनों जन्नत दिखती
ओए, ओए, ओए, ओए

परेशान न हो बलमा
सच्ची मोहब्बत सिखाती, सच्ची मोहब्बत दिखाती, सच्ची मोहब्बत दिखाती
सिखाती, सिखाती, सच्ची मोहब्बत सिखाती
ओए, ओए, ओए, ओए
ओए, ओए, ओए
ओए, ओए, ओए

तुम्हार को जन्नत दिखती मै, जन्नत दिखती मै
जन्नत दिखती मै, जन्नत दिखाती
ओए, ओए, ओए



Credits
Writer(s): Av Prafullachandra
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