Naam (Acoustic)

नाराज़ ना हो के नाम मेरा
तेरे नाम से मिलता नहीं
रिश्ता ना तोड़ के रिश्ता हमारा
दुनिया को ये जचता नहीं

मेरा क्या कसूर है
ये दस्तूर है
मोहब्बत पे नाम भारी है
दिल मजबूर है
जो तू दूर है
तुझी से अब आस सारी है

मुश्किल से मिलते हैं
दो दिल जो खिलते हैं
साथ चलते हैं जो
दुनिया जलाती है
उनको रुलाती है
प्यार करते हैं जो

मेरा क्या कसूर है
ये दस्तूर है
मोहब्बत पे नाम भारी है
दिल मजबूर है
जो तू दूर है
तुझी से अब आस सारी है



Credits
Writer(s): Pranay Dwivedi
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