Prem Ka Ant Kisi Ek Ki Naa Se Kese Ho Sakta Hai

किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है
कि जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
तो प्रेम का अंत किसी एक की ना से कैसे हो सकता है

किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है
कि जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
तो प्रेम का अंत किसी एक की ना से कैसे हो सकता है

किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है
कि जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
तो प्रेम का अंत किसी एक की ना से कैसे हो सकता है

किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है
कि जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
जब प्रेम की शुरुआत किसी एक की हाँ से नहीं होती
तो प्रेम का अंत किसी एक की ना से कैसे हो सकता है



Credits
Writer(s): Shubham Sharma
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