Teri Bhakti Se Kyu Anjaan Rahi

तेरी भक्ति से क्यूँ अनजान रही
मोह-माया में फँसी नादान रही
तेरी भक्ति से क्यूँ अनजान रही
मोह-माया में फँसी नादान रही

(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)

घट-घट में है तू ही समाया
मेरा जीवन है तेरी छाया
(मेरा जीवन है तेरी छाया)

सबका स्वामी है तू, अंतर्यामी है तू
सबका स्वामी है तू, अंतर्यामी है तू
तेरे दर्शन का करती ध्यान रही

(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)

हर देह में तू ऐसे, महामाया
बीज में जैसे वृक्ष छिपाया
(बीज में जैसे वृक्ष छिपाया)

जग तारक है तू, संहारक है तू
जग तारक है तू, संहारक है तू
करती मन में गुणगान रही

(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)

सहज आनंद में तुझको मैं पाऊँ
अंतकाल में तुझमें समाऊँ
(अंतकाल में तुझमें समाऊँ)

आशुतोष मेरे, महाकोश मेरे
आशुतोष मेरे, महाकोष मेरे
भक्ति में शक्ति वरदान रही

(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)
(मृत्युंजय महादेव)



Credits
Writer(s): Ram Shankar, Swami Sehajanand Nath
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