Miltey Hain Hum

मिलते हैं हम
राहों में, ख्वाबों में तुमसे
बातों में भी अर्ज़ है, फ़रियाद तुमसे

दिल तुझे ही चाहता
क्यों नहीं तू मानता
यादों में भी तुम रहते

केह दिया वो लफ़्ज़ भी
थम गया हूं आज भी
मिलती जो तुम राहों में

तुमसे ना, ख़ुद से ही खफा हम हैं
मुलाकातों में तेरी बातें हों
हम तो यूं सुनते रहें

मिलते हैं हम
राहों में यूं, ख्वाबों में यूं
सनम

जाते हो क्यों?
ख्वाबों से दूर
सहते हैं हम यह गम

केह दिया वो लफ़्ज़ भी
थम गया हूं आज भी सनम
हम्मम्म हम्मम्मम



Credits
Writer(s): Maan Panu
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link