Kitni Haseen Hogi

मुस्कुराहट या नमी होगी
जितने ग़म, जितनी ख़ुशी होगी
बाँट लेंगे मिलके दोनों, क्या कमी होगी?

संग तेरे ज़िंदगी कितनी हसीं होगी
संग तेरे ज़िंदगी कितनी हसीं होगी
कितनी हसीं होगी

दिल ने पाईं राहतें, कम हुए कुछ ग़म
जब से मेरी ज़िंदगी में आ गए हो तुम
मेरी सूनी रात में, ख़ाली बंजर आँख में ख़्वाब लाए तुम

इन लबों पे फिर हँसी होगी
हो, हर तरफ़ बस रोशनी होगी
आसमाँ से ख़ूबसूरत ये ज़मीं होगी

संग तेरे ज़िंदगी कितनी हसीं होगी
संग तेरे ज़िंदगी कितनी हसीं होगी
कितनी हसीं होगी

तूने दीं ये चाहतें, ये है तेरा करम
यूँ भी तन्हा रह के थक चुके हैं हम
अब नए एहसास हैं, महके से जज़्बात हैं, मुस्कुराएँ हम

मुझ को ये वादा, सनम, दोगी?
Mmm, "साथ मेरा हर क़दम दोगी
मेरे हर लम्हात में, हाँ, तुम कहीं होगी"

संग तेरे ज़िंदगी कितनी हसीं होगी
Mmm, संग तेरे ज़िंदगी कितनी हसीं होगी
कितनी हसीं होगी



Credits
Writer(s): Sayeed Quadri, Mithun Naresh Sharma
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