Shiv Ji Aaye Haridwar

आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार
प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती
आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार
प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती

(आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार)
(प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती)

देखो-देखो होने लगी पुष्प बरसात रे
पार्वती मैया आई शिव जी के साथ रे
ओ, देखो-देखो होने लगी पुष्प बरसात रे
पार्वती मैया आई शिव जी के साथ

फूँको-फूँको शंख पुजारी
आई घड़ी है कितनी प्यारी
प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती

आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार
प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती
(...उतारो ज़रा आरती)

पहने हैं देखो शिव जी सर्पों की माला
हाथ में त्रिशूल, डमरु, कमर बाघ छाला
ओ, पहने हैं देखो शिव जी सर्पों की माला
हाथ में त्रिशूल, डमरु, कमर बाघ छाला

माथे शोभ रहे हैं चंदा
जटा में लिपटी मैया गंगा
प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती

आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार
प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती
(आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार)
(प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती)

(आई सावन की फुहार, शिव जी आए हरिद्वार)
(प्यारे भक्तों, उतारो ज़रा आरती)
(...उतारो ज़रा आरती)
(...उतारो ज़रा आरती)



Credits
Writer(s): Anil Kumar
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