Raayta

खट्टा-मीठा ज़िन्दगी का ज़ायका ज़रूरी है
ग़म-ख़ुशी का ज़िन्दगी का क़ायदा ज़रूरी है

खट्टा-मीठा ज़िन्दगी का ज़ायका ज़रूरी है
ग़म-ख़ुशी का ज़िन्दगी का क़ायदा ज़रूरी है

क्यों हमेशा ही सब जमा रहे
फैलना कभी-कभी ये रायता ज़रूरी है

फैलना कभी-कभी ये रायता ज़रूरी है

ज़िंदगी सफ़ेद ताज़ा दूध सी
आशिक़ी है नीबू की बूँद सी

ज़िंदगी सफ़ेद ताज़ा दूध सी
आशिक़ी है नीबू की बूँद सी

नीबू की बूँद जो दूध में आ गिरी
ज़िंदगी के दूध ने ली सांस अपनी आखिरी

तुम सदा सुखी रहो ये झूठ है
जैसा बोया वैसा मिलता Fruit है
रोटी आँख भी, हँसते होंठ भी
खूबियां भी हो तुझमें, कुछ हो खोट भी

क्यों हमेशा ही बस मज़ा रहे
रोने-गाने की भी एक वजह रहे

क्यों ये सोचे के हमेशा फ़ायदा ज़रूरी है
फैलना कभी-कभी ये रायता ज़रूरी है

खट्टा-मीठा ज़िन्दगी का ज़ायका ज़रूरी है
ग़म-ख़ुशी का ज़िन्दगी का क़ायदा
ज़रूरी है



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