Dil Ko Mere

एक बात का एहसास था
कोई अपना सा मेरे पास था
तभी दर्द बयां कर सकता था
की सुनने को तू साथ था

एक बात का एहसास था
कोई अपना सा मेरे पास था
तभी दर्द बयां कर सकता था
की सुनने को तू साथ था

मेरे साथ था
मेरे पास था
बस तू ही दिल को खास था

एक दिन तू दूर गया
मैं पीछे छूट गया
दिल को आदत थी तेरी
ये पगला टूट गया

एक तू ही समझता था
दिल को मेरे
बस तू ही समझता था
दिल को मेरे
एक तू ही समझता था
दिल को मेरे
बस तू ही समझता था
दिल को मेरे

तेरे जाने के बाद
ऐसा बिखरा है ये दिल
जुड़ने की किसी से
चाहत खो बैठा है
तेरी ही बातें
करता रहता है अक्सर
पगला रोने की
आदत ले बैठा है

ज़िद करता रहता
तुझसे मिलने की अब भी
तू जा चूका है
कौन समझाए

एक तू ही समझता था
दिल को मेरे
बस तू ही समझता था
दिल को मेरे
एक तू ही समझता था
दिल को मेरे
बस तू ही समझता था



Credits
Writer(s): Prakash Jaiswal
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