Ishq Tujhe

ख़ुद में कहीं मुझे ढूँढ कभी
तुझको नज़र मैं आ जाऊँ
तुझसे अलग कभी रहता नहीं
मैं तेरे सिवा कहाँ जाऊँ?

जीने लगा हूँ मैं तो तेरी मोहब्बत से
पाया है मैंने तुझको दिल की इबादत से
धड़का है मेरा दिल भी तेरी इनायत से

इश्क़ मुझे भी है तुझसे
कैसे कहूँ कि नहीं है?
मर्ज़ी है जो तेरे दिल की
मर्ज़ी मेरी भी वही है
इश्क़ मुझे भी है तुझसे
कैसे कहूँ कि नहीं है?

इश्क़ मुझे भी है तुझसे
कैसे कहूँ कि नहीं है?



Credits
Writer(s): Uddipan Sharma, Azeem Shiraji
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