Safar

चल जहाँ मन चले, दो पल के लिए सही
कर जो मन करे, छोटी सी है ज़िंदगी
चल जहाँ मन चले, दो पल के लिए सही
कर जो मन करे, छोटी सी है ज़िंदगी

बे-फ़िक्रे बन के
हर ग़म को भूल के
यूँ इन राहों पर
अब हम चल दिए

भीगी सड़को पे यूँ चल के
हम तो फिसल जाते हैं
सागर की लहरों के जैसे
हम भी मचल जाते हैं

सफ़र (सफ़र) मेरा (मेरा) होगा (होगा) कैसा (कैसा)
मीलों जैसे होगा ये
मुझे (मुझे) कहाँ (कहाँ) होगा (होगा) पता (पता)
कहाँ मुझे जाना है

ओ-हो-ओ
ओ-हो-ओ (सफ़र है मेरा ये)
ओ-हो-ओ
ओ-हो-ओ (सफ़र है मेरा ये)

वो वादियाँ मुझे याद है
वो सर्दियाँ मुझे याद है
वो शामें भी मुझे याद है
वो वक़्त भी मुझे याद है

वो नदियाँ मुझे याद है
वो हवाएँ भी मुझे याद है
वो नज़ारे मुझे याद है
वो लम्हें मुझे याद है

सफ़र (सफ़र) मेरा (मेरा) होगा (होगा) कैसा (कैसा)
मीलों जैसे होगा ये
मुझे (मुझे) कहाँ (कहाँ) होगा (होगा) पता (पता)
कहाँ मुझे जाना है

ओ-हो-ओ
ओ-हो-ओ (सफ़र है मेरा ये)
ओ-हो-ओ
ओ-हो-ओ (सफ़र है मेरा ये)



Credits
Writer(s): Pritam Chakraborty, Irshad Kamil
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