Dobara

कहीं भी नज़र हो मेरी, तेरा ही नज़ारा हो
अगर इश्क़ हो फिर हमको, तुझी से दोबारा हो
कहीं भी नज़र हो मेरी, तेरा ही नज़ारा हो
अगर इश्क़ हो फिर हमको, तुझी से दोबारा हो

कर के वादे भूल गया
ਖਾ ਕੇ ਕਸਮਾਂ ਦੂਰ ਗਿਆ
ਕੱਟਦੀ ਨਹੀਓਂ ਰਾਤਾਂ ਕਾਲੀਆਂ

मिलके जहाँ जुदा हुए थे आख़िरी दफ़ा
आजा, चलें वहीं पे दोबारा
लगता नहीं कहीं भी दिल मेरा तेरे बिना
आजा, चलें वहीं पे दोबारा, हाँ

तेरी आँखें ढूँढता है, तेरी शामें माँगता है
हो सके तो साथ वो मौसम ले आना
हो, रोज़ दिल तुमको बुलाए, याद आई, तुम ना आए
आओ जब इस बार, अपने साथ ले जाना

जब-जब दिल को प्यार हुआ
तुझ से ही हर बार हुआ
ਤੇਰੇ ਆਗੇ ਸੱਭ ਮੈਂ ਹਾਰੀ ਆਂ

मिलके जहाँ जुदा हुए थे आख़िरी दफ़ा
आजा, चलें वहीं पे दोबारा
लगता नहीं कहीं भी दिल मेरा तेरे बिना
आजा, चलें वहीं पे दोबारा, हाँ



Credits
Writer(s): Kunaal Verma, Prakriti Kakar, Sukriti Kakar
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