Dil Khuda Tu

ठोकरें ही मिलीं मुझे
दूसरों में ढूँढा था जब तुझे
आईने में भी ना मिला
मेरा चेहरा है क्या पता तुझे?

ठोकरें ही मिलीं मुझे
दूसरों में ढूँढा था जब तुझे
आईने में भी ना मिला
मेरा चेहरा है क्या पता तुझे?

क्या चाहता हूँ भला, ये बता मुझे
अब कर दिया ख़ुद को तेरे हवाले

आज से, ऐ दिल, ख़ुदा तू
बंदगी से है जुदा तू
आज से, ऐ दिल, ख़ुदा तू
बंदगी से है जुदा तू

आज से-, तू
बंदगी से-, तू
बंदगी से-, तू

फ़ासले ही मिले मुझे
दूसरों के ऐसे थे फ़ैसले
कैसे हालात हम बदल दें
कि दूर हों ये गिले

क्या चाहता हूँ भला, ये बता मुझे
अब कर दिया ख़ुद को तेरे हवाले

आज से, ऐ दिल, ख़ुदा तू
बंदगी से है जुदा
बंदगी से...

क्यूँ मुझे देता सज़ा?
हूँ ना मैं तेरी तरह ही
आज़मा ले चाहे
दे सही कोई वजह तू

आज से (मैं तुझ से)
आज से, ऐ दिल, ख़ुदा तू
बंदगी से है जुदा तू
आज से, ऐ दिल, ख़ुदा तू
बंदगी से है जुदा तू

आज से-, तू
बंदगी से-, तू
आज से-, तू
बंदगी से-, तू, तू, तू (तू)



Credits
Writer(s): Aditya Kalway
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