Naqab

चेहरे
पहने नक़ाब
उलझे
सुलझे से ख़्वाब

रहमत
कर दे अदा
क्यूँ है
मुझसे जुदा

ये रंजिशें भी तेरी
ये मायेने भी तेरे
ये दाएरे भी तेरे
ये ख्वाहिशें भी तेरी
ये रास्ते भी तेरे
ये वास्ते भी तेरे
ये बारिशें भी तेरी
ये रात भी है तेरी

इस रात में तू रूक जा
मुझको गले लगा ले
मुझको गले लगा के
फिर मुझको तू सुना दे
वो अनकही सी बातें
वो अजनबी सी यादें
जो रह गयी अधूरी
यूँ मिट सके ना दूरी

तेरा नक़ाब तू
यारा ऊतारना
दिल से तू झाँकना
दिल के तू पार हा
खुद को ही पा लेगा तू
तू है रब का

ऐ मेरे यार है
दिल की पुकार ये
जब भी तू हार ले
फिर भी तू ख्वाब देखेगा
तू न थमना
तू है रब का

तू है रब का
तू है रब का
तू है रब का



Credits
Writer(s): Ankur Sarsiya
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link