Sohbat Teri

दुनिया की ये
जुर्रत कहां
करदे मुझे
तुमसे जुड़ा
लड़ जाऊं में
ज़माने से भी
मिल जाए अगर एक दफा

बस साथ तेरा
बस साथ तेरा

आंखे तुम्हारी
कहती है यूं मुझसे वो बाते दिल की
मेने भी तो
मांगी है हर दुआओं में सोहबत तेरी

क्या लोगो ने लिखी है ये कहानियां
उन सोच से परे बसा है अपना जहां

दुनिया की ये
जुर्रत कहां
करदे मुझे
तुमसे जुड़ा
लड़ जाऊं में
ज़माने से भी
मिल जाए अगर एक दफा

बस साथ तेरा
बस साथ तेरा

आओ चले तुम और में
दूर कहीं इस जहां से
दुनिया के दौर तरीको से
हो ना जहां ये फासले
जहां तेरे सिरहाने
मेरी हर रात हो
तारो के वो आसमान में
बस तेरा प्यार हो
तेरा प्यार हो



Credits
Writer(s): Jainam Mehta
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