Sapne

मुश्किलें जो आए तेरे, मैं ही तेरा साथी
मुस्कुरा के की थी मैंने तेरी ख़ातिरदारी

कोई ना था मेरा तेरे अलावा
तो क्यूँ तूने छीना मेरा सहारा?

सपने जो तुमने दिखाए मुझको
आधी रात में जगाए मुझको
वादे निभानी ना पाए तुम जो
वक़्त वो फ़िर से लौटा दे मुझको

सपने जो तुमने दिखाए मुझको
लौटा दे सपने जो तुमने दिखाए मुझको
वो सारे सपने जो तुमने दिखाए मुझको

अब ना कोई हमदर्दी बाक़ी है मुझमें तेरे लिए
जान बाक़ी मुझमें जितनी, वो बचा लूँ मैं ख़ुद के लिए

कोई ना था मेरा तेरे अलावा
तो क्यूँ तूने छीना मेरा सहारा?

सपने जो तुमने दिखाए मुझको
आधी रात में जगाए मुझको
वादे निभानी ना पाए तुम जो
वक़्त वो फ़िर से लौटा दे मुझको

सपने जो तुमने दिखाए मुझको
लौटा दे सपने जो तुमने दिखाए मुझको
वो सारे सपने जो तुमने दिखाए मुझको

सपने जो तुमने दिखाए मुझको
लौटा दे सपने जो तुमने दिखाए मुझको
वो सारे सपने जो तुमने दिखाए मुझको



Credits
Writer(s): Rishabh Kant
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