Emptiness

तूने मेरे जाना
कभी नहीं जाना
इश्क़ मेरा, दर्द मेरा
तूने मेरे जाना
कभी नहीं जाना
इश्क़ मेरा, दर्द मेरा
आशिक़ तेरा
भीड़ में खोया रहता है
जाने जाना
कुछ पूछो तो इतना कहता है

हाँ मैं जानता हूँ मेरी ही सारी गलती थी
लेकिन तुझको हल्दी लगाने की क्या इतनी जल्दी थी
खलती है, मेरी आँखों में जो यादें सारी कलकी थी
तेरे आने से पहले भी ज़िंदगी ये नरक सी थी
परख ना थी पहले भी मुझको, तेरे मिज़ाज की
जब सुर ही बदले राग से तो, बदलेगी ताल भी
जो तब मेरे हालात थे तू, समझे ना आज भी
बढ़ते चले फांसले जब, ज़रूरत तेरे साथ की थी
भूलूँ कैसे वो दिन और रात जब हमने साथ पी थी
लगी सीधी वो दिल पे बात जो तूने उस रात की थी
काफ़ी ख़ामोश था मैं, एहसान फ़रामोश था मैं
बोल ई नी पाया कुछ भी क्योंकि, इतनी तब औक़ात नी थी
हाँ, पैसे की कोई बात नी थी
लेकिन फिर भी मैं कमाने में busy था
बात बदलते हालात की थी
जा पूछले किसी से भी अब मेरा नाम
लेखक तो मैं बचपन से था
बस ये दर्द की कलम तब मेरे पास नी थी

तूने मेरे जाना
कभी नहीं जाना
इश्क़ मेरा, दर्द मेरा
तूने मेरे जाना
कभी नहीं जाना
इश्क़ मेरा, दर्द मेरा
आशिक़ तेरा
भीड़ में खोया रहता है
जाने जाना
कुछ पूछो तो इतना कहता है



Credits
Writer(s): Manish Kumar
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