Tu Hi Toh Hai

तू ही तो है मेरी रातों की सुबह
रहती है सीने में तू साँसों की तरह
हाँ, तू ही है मेरे जीने की वजह
रहती है सीने में तू साँसों की तरह
रहती है सीने में तू साँसों की तरह

हाँ, तू ही है मेरे होंठों की दुआ
रहता है सीने में तू साँसों की तरह
हाँ, सुन ले कभी रूह की सदा
रहता है सीने में तू साँसों की तरह
रहता है सीने में तू साँसों की तरह

रब से ज़्यादा दिल ये मेरा
ज़िक्र करे क्यूँ हर पल तेरा?
जाने क्या कर डाला तूने
ज़ोर चले ना ख़ुद पर मेरा

हाँ, तू ही अब कह दे ज़रा
रिश्ता है कैसा? क्या तू लागे है मेरा?
रिश्ता है कैसा? क्या तू लागे है मेरा?

तेरे बिना बेज़ुबाँ इश्क़ मेरा था यहाँ
पाया तुझको तो मिला मुझको अपना पता
मिले तेरे ही निशाँ ख़्वाहिशों के दरमियाँ
दिल में कब से बसा मुझको तू ही बता

हाँ, तू ही है मेरे दर्द की शिफ़ा
रहती है सीने में तू साँसों की तरह
हाँ, तू ही है मेरे जीने की वजह
रहता है सीने में तू साँसों की तरह
रहता है सीने में तू साँसों की तरह

ना-रे-ना, रे-रे-ना-रे-ना-रे-ना
रहती है सीने में तू साँसों की तरह
रहता है सीने में तू साँसों की तरह

हाँ



Credits
Writer(s): Shekhar Astitwa, Yakshaj Jagtap
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