Sur Ke Ghungroo

सुर के घुंघरू बांध पैर में
आज श्याम में नाचूंगी
सुर के घुंघरू बांध पैर में
आज श्याम में नाचूंगी

तेरी बंसी की धुन होगी
प्रेम कथा में बाँचूंगी
सुर के घुंघरू बांध पैर में
आज श्याम में नाचूंगी

एक एक घुंघरू एक एक सुर में
सात सुरों की पायलिया
एक एक घुंघरू एक एक सुर में
सात सुरों की पायलिया

ऐसा नृत्य हुआ ना होगा
नाचेगी यह बाँवरिआ
कितना तप है और साधना
आज श्याम मैं जांचूंगी

तेरी बंसी की धुन होगी
प्रेम कथा में बांचूंगी
सुर के घुंघरू बांध पैर में
आज श्याम में नाचूंगी

यहीं पर होगी रास की लीला
जमुना तट के उपवन में एक
यहीं पर होगी रास की लीला
जमुना तट के उपवन में

एक एक राधा
एक एक मोहन
गोपी के संग दर्शन में

प्रेम सुधा जो सागर डूबा
तेरे मन में राजूंगी
तेरे बंसी की धुन होगी
प्रेम कथा में बांचूंगी

सुर के घुंघरू बांध पैर में
आज श्याम में नाचूंगी
आज श्याम में नाचूंगी
आज श्याम में नाचूंगी



Credits
Writer(s): Uttam Singh, Narayan Agarwal
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