DUKH DARD ZAMANE KE - HATIMTAI

दुख-दर्द ज़माने के सर अपने वो लेता है
जाँ देके हथेली पर हर इम्तहाँ देता है

हर एक सितमगर को दुनिया से मिटा देगा
ईमान की कश्ती को साहिल से लगा देगा

हातिमताई, हातिमताई
हातिमताई, हातिमताई



Credits
Writer(s): Shahid Hamdani
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