Kyu Lofi VIP

क्यूँ दिल ने बाक़ी कसर कही
क्यूँ मन ही मन करूँ क़दर तेरी?
क्यूँ शाम होते तेरी यादें चढ़ीं
क्यूँ मन के मंज़र पे तू ही सजी

क्यूँ तू राहों में, आखों में, ख़्वाबों के परदों में
इश्क़ के पन्नों में, ज़िंदगी के पन्नों में क्यूँ खड़ी?
तेरी चाहतें, ख़्वाहिशें देती दर्द हैं सीने में
तुझे पाने की कोशिशें सब नाकाम क्यूँ

क्यूँ-क्यूँ, तुझे भूला जाना मुश्किल क्यूँ है?
क्यूँ-क्यूँ तेरी चाहतों में गुम-गुम हूँ मैं?
क्यूँ-क्यूँ तेरी हँसी मेरी आँखों में है?
क्यूँ-क्यूँ तेरा गाना मेरे कानों में है?

क्यूँ सुबाह की धूप से आएँ यादें तेरी
क्यूँ मैं रहूँ यूँ गुम, फ़िरें हैं बातें तेरी
क्यूँ मैं रो ना पाऊँ, ना आए हँसी कहीं
बस सोचूँ, खो ना जी पाऊँ कहीं

तेरे किस्सों में, हिस्सों में, अनचाही रिश्तों की सौग़ातें हैं
जाने क्यूँ उठते हैं ये सवाल
सारी ख़ुशियों की लहरों में, आँखों सी बहती नमी में
आने वाले हर पल की तू है हक़दार

क्यूँ-क्यूँ, तुझे भूला जाना मुश्किल क्यूँ है?
क्यूँ-क्यूँ तेरी चाहतों में गुम-गुम हूँ मैं?
क्यूँ-क्यूँ तेरी हँसी मेरी आँखों में है?
क्यूँ-क्यूँ तेरा गाना मेरे कानों में है?



Credits
Writer(s): Swatej Agrawal, Sanidhya Mishra
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