Sitam (Midnight Thoughts)

खुशियों की
किताबो में
क्या वो यादें लिखे है तूने
या हो जाना
उनसे रिहा
नए यादों के सहारे

केसा सितम है वक्त का ये
ठहेर जाने दो अब मुझे
माना हर दर्द है सिखाते
पर सीखना नहीं अब मुझे

बिछड़े कभी तो
फिर इस जहां से
मिलना तु मुझको
फिर उस जगह पे

जहां थे बनाए
वो ख़ाब सारे
होठों को छूं के
वो लब्ज़ तुम्हारे

फिर तेरा मुस्कुराना
और वो बारिश की बूंदें
तेरी सांसों में मेरी
वो सांसे

खुशियों की
किताबो में
क्या ये यादें लिखे है तूने
या हो जाना
उनसे रिहा
नए यादों के सहारे

केसा सितम है वक्त का ये
ठहेर जाने दो अब मुझे
माना हर दर्द है सिखाते
पर सीखना नहीं अब मुझे



Credits
Writer(s): Jainam Mehta
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