Mulaqaat

वह पहली मुलाक़ात की
थी जो घड़ी
भुलाएँ न भुला सकू
मुश्किल बड़ी

तुझबीन कटे नहीं रातें
क्या करूँ बता सजना
गुजरेंगे कैसे यह दिन
आए न अब चैन ना

एकतिश्नगी सी
दिल पे हैं छाई
तुझसे मिलन की जब याद आई

यह कैसी उलझन साजन
बस में नहीं मन
बेबस हूँ अब मैं ऐसे
कैसी यह तड़पन (तड़पन)

रिश्ता यह कैसा
दिल ने बनाए
धड़कन मैं मेरी
तु ही समाए

समझाऊँ कैसे दिल को
मेरी न माने
कैसी कोशिश हैं तुझसे
यह भी न जाने

तुझबीन कटे नहीं रातें
क्या करूँ बता सजना
गुजरेंगे कैसे यह दिन
आए न अब चैन ना



Credits
Writer(s): Ayan Bhattacharjee
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link