Nathuniya

(जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प)
(हरमुनिया प)

ई दारू बजारू ह चढ़ जाला हो
त केहुवो के नीयत बिगड़ जाला हो
ए बाबु, ई दारू बजारू ह चढ़ जाला हो
त केहुवो के नीयत बिगड़ जाला हो

चले चिखना के काम हे घुघुनिया प, घुघुनिया प
अरे, चलऽ (किधर?)

त note बरसेला तोहरा नथुनिया प
जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प
(Note बरसेला तोहरा नथुनिया प)
(जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प)

(हरमुनिया प)

कइले दीवाना बानी इहाँ सभ लोग के हो
इहाँ सभ लोग के
नइखे दवाई कवनो ई वाला रोग के हो
ई वाला रोग के

बाबु, पीछे हट जाओ
सुनऽ (बोलऽ)

हमरो तू आदत बिगाड़ दिहलू
जब से नजरिया के मार दिहलू
(जब से नजरिया के मार दिहलू)

एतना चिंउटा ना लागेला बुनिया प, बुनिया प
छिंट के रख देले बाड़िस (बटोर ल)

त note बरसेला तोहरा नथुनिया प
जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प
(Note बरसेला तोहरा नथुनिया प)
(जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प)

(जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प)

Krishna Bedardi, Khesari गइले जाँच के हो
कई बेर जाँच के
भइल दीवाना बाड़े हमरा ए नाच के हो
हमरा ए नाच के

तू अबगे आवऽ तारऽ का?
जी!

आसिक बाड़ू नमरिया के
एही से उड़ावेलु घघरिया के
(एही से उड़ावेलु घघरिया के)

लोग ललचता होठवा जमुनिया प, जमुनिया प
हँ-ना? (हँ-हो!)

त note बरसेला तोहरा नथुनिया प
जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प
(Note बरसेला तोहरा नथुनिया प)
(जब हिलावेलु कमर हरमुनिया प)



Credits
Writer(s): Krishna Bedardi
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