Panah

तेरी पनाह में
मेरी तरह से
आ जिएँ मिल के हर घड़ी
जिसे खबर थी
रफ़ा दफ़ा की
आ पिएँ मिलके हर घड़ी
बस तेरी यादों में
कोई तो बात हो
सर्द की चादरों में
कोई तो साथ हो
तेरी पनाह में
मेरी तरह से
आ जिएँ मिल के हर घड़ी
जिसे खबर थी
रफ़ा दफ़ा की
आ पिएँ मिलके हर घड़ी

टूटे कई जो टीले रेत के सारे
कमी वो कभी ना ख़ास हो
दिल से कई जो
जो लिखे ख़त तुझे सारे
तुम्हीं वो जो दिल ए आबाद हो
चये की प्यालियाँ जिसमें शराब हो
बेतुकी बातें बस हाज़िर जवाब सा हो

तेरी पनाह में
मेरी तरह से
आ जिएँ मिल के हर घड़ी
जिसे खबर थी
रफ़ा दफ़ा की
आ पिएँ मिलके हर घड़ी



Credits
Writer(s): Charoo Bakshi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link