Main Khelega

बह जाने दे खून
है तेरा ये जुनून
होजा मेहनत करने में मशगूल तू
मत भूल के तू मजबूत है
तेरा खेल ही तेरा वजूद है

जो देता है सबूत तेरे जिंदा होने का
दिलाता है अहसास लाखों में चुनिंदा होने का
तू है खिलाड़ी जिसका साहस उसकी उम्र से बड़ा है
जो लहूलुहान होकर भी मैदान में खेलने खड़ा है
तू जिद पे अड़ा रह यूं ही, यही दस्तूर है
अकेले लड़ने वालों के ही किस्से मशहूर हैं
गुरूर है गर्दिशों को, उन्हें सज़ा दे
ख्वाबों को न मार अपने, वो तो बेकसूर हैं
दुश्मन बड़ा तो क्या, साथ कोई नहीं खड़ा तो क्या
चलता रह अकेला, ना मिला काफ़िला तो क्या
वैसे भी भीड़ का तू हिस्सा नहीं है
कहानी खास है तेरी, तू आम किस्सा नहीं है
ख्वाबों को उम्मीद दे, मैदान को पसीने से सींच दे
दबाकर अपने जख्मों को, तू खामोशी से चीख दे
किस्मत का मोहताज नहीं, मुकद्दर को तू भीख दे
बहते हुए इस रक्त से, खुद जीत की लकीर खींच दे
दुनिया को सीख दे, कड़ी मेहनत कभी बेकार नहीं होती
कोशिश करने वाले की, कभी हार नहीं होती
हौंसला तेरा देखकर, मुश्किलें भी कांप जायेंगी
तेरे रक्त की ये बूंदें इक दिन जीत का सैलाब लायेंगीं

उड़ता रह खिलाड़ी तू है, आज़ाद परिंदा
चुनौती चकनाचूर है, दर्द शर्मिंदा
दुनिया को हिलादे
रख बुलंद इरादे

जब ज़िंदगी धकेले पीछे
ये दुनिया दबाए नीचे
हड्डी टूटे चाहे फट जाए सर
बोल के
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
दर्द सारे झेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
हक अपना लेलेगा मैं

कच्ची उमर में पक्का इरादा
लेके आया मैदान में
मंज़िल से सरफरोशी का वादा
डर को फेंक दिया कूड़ेदान में
बाईस गज की ये डगर आज हो चली कठिन ज़रा
दरारें ऐसी पड़ रही, आए जैसे भूकम्प हैं
दल मेरा मुश्किल में है क्योंकी गेंद धोखे दे रही
बाहरी किनारे ले रही, कभी उड़ रहे स्टंप हैं
बल्लेबाजी की परिस्थितियां हो चुकीं बहुत विषम
ऐसे में आया हूं मैं दिखाने अपने बल्ले का दम
उम्र सोलह साल मेरे घुंघराले बाल
सबके मन में है बवाल और उठ रहा सवाल
कांटों भरे मैदान में गुलदस्ता कैसे आ गया
साजिशों के इस खेल में ये बच्चा कैसे आ गया
बड़े बड़े खिलाड़ी भी आज बड़े परेशान थे
हिम्मत मेरी देखके ताज्जुब भी हैरान थे
जुन्न करके जा रही मछली सी लहरा रही
बंदर सा उछाल लेके गेंद कहर ढा रही
इनमें से एक गेंद जा लगी है मेरी नाक पे
बह रहा था खून अब जुनून की दवात से

तू गेंदबाज है प्रसिद्ध तो बल्लेबाज भी काबिल हूं मैं
तेरी गेंद की मौजों को ले डूबे जो वो साहिल हूं मैं
तेरी गेंद के उछाल और वेग से मैं डरा नहीं हूं
सिर्फ चोट लगी है, मरा नहीं हूं

दिलेरी में मज़ा है
ये मेरी बेखौफ अदा है
मरहम न ढूंढो
ये दर्द ही मेरी दवा है
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
तुम सबसे बदला लेलेगा मैं

चल फेंक गेंद अब देख शॉट
मैं कैसे लगाता हूं तेरी वाट
वैसे नहीं करता बड़ी बात
पर आज करूंगा तेरी खड़ी खाट मैं
फिर न दिया मैंने कोई मौका
अगली ही गेंद पे जड़ दिया चौका
गेंदबाज की आंखों में आंखें
डाल घमंड को आग में झोंका
बचाई हारी बाजी
हुए शुरू कामयाबी के पलछिन
क्रिक्रेट के भूत भविष्य वर्तमान से
सब मिटा के लिख दिया सचिन
सचिन सचिन
सचिन सचिन
मैं खेलेगा (सचिन)
मैं खेलेगा (सचिन)
मैं खेलेगा (सचिन)
मैं खेलेगा (सचिन)
खेल ये चलता रहेगा
खिलाड़ी बदलता रहेगा
ज़िंदगी भी एक खेल है
जीतेगा वही जो खेलता रहेगा

जब ज़िंदगी धकेले पीछे
ये दुनिया दबाए नीचे
हड्डी टूटे चाहे फट जाए सर
बोल के
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
दर्द सारे झेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
मैं खेलेगा
हक अपना लेलेगा मैं
मैं खेलेगा



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