Phir Suna

फ़िर सुना मीठी-मीठी सी वो दास्ताँ
जिसको सुन के मेरी ज़िंदगी में होती है नई सुबह
पास आ, आ के मुझसे फ़िर ना दूर जा
प्यारी-प्यारी इस रात की गहराइयों में डूब जा

आ, बाँहों में भर लूँ तुझको कस कर
सारे ग़म भुला दें, देखे जब तू हँस कर
आ, बाँहों में भर लूँ तुझको कस कर
सारे ग़म भुला दें, देखे जब तू हँस कर

ये रात ढल ना जाए, समेट लूँ मैं हर पल
आ, मिल के सजाएँ, जो आने वाला है कल

पास आ, आ के मुझसे फ़िर ना दूर जा
प्यारी-प्यारी इस रात की गहराइयों में डूब जा

मेरा दिल, मेरी जान तू
मेरे सारे अरमान तू
तेरे लिए तो मैं छोड़ दूँ ये जहाँ



Credits
Writer(s): Aamin Barodi, Gajendra Verma, Gsk
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link