Monday Tuesday Wednesday

खिल उठेंगे तारे भी, धूप भी छाएगी
और हम होंगे बे-इंतिहा

Parichay

तारों भरी रातें, मुलाक़ातें, तेरे साथ बिताए जो पल
Every other Sunday beaches पे जिए जो कल
तेरी कही बातें, मुस्कुराहटें, मेरी आँखों से रही निकल
Monday, Tuesday, Wednesday मेरे हाथों से रहे फिसल
पर एक दिन आएगी सामने फिर से तू
ये मुझे दिल से है पता
हाँ, खिल उठेंगे तारे भी, धूप भी छाएगी
और हम होंगे बे-इंतिहा

Hmm, ये ज़िंदगी तेरे बिना, बिना तेरे मुझको है ना जीना
चाहा था ये कि पाऊँ तुम्हें पर मिला झूठा प्यार और परिशानियाँ
काँटों पे मैं चलता रहा, सुरों के बिना गीत गाता रहा
कैसे ख़ुदा से माँगूँ मैं अब बीते दिनों की वो निशानियाँ?
तारों भरी रातें, मुलाक़ातें, तेरे साथ बिताए जो पल
Every other Sunday beaches पे जिए जो कल
तेरी कही बातें, मुस्कुराहटें, मेरी आँखों से रही निकल
Monday, Tuesday, Wednesday मेरे हाथों से रहे फिसल
पर एक दिन आएगी सामने फिर से तू
ये मुझे दिल से है पता
हाँ, खिल उठेंगे तारे भी, धूप भी छाएगी
और हम होंगे बे-इंतिहा



Credits
Writer(s): Parichay Ramesh
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link