Dil Ki Aadat

एक तुम्हारी आँखों में जीने का ख़ाब सजाया है
एक तुम्हारे हाथों में रब से ये हाथ लिखाया है
तुम बिन जी ना पाएँगे हम, ऐसी हालत है

इक तुम पे ही मरते रहना दिल की आदत है
प्यार तुम ही से करते रहना दिल की आदत है
इक तुम पे ही मरते रहना दिल की आदत है

जीने का तरीका तुम से सीखा, तुम से जाना है
इश्क़ सफ़र में रहबर अपना तुम को माना है
जीने का तरीका तुम से सीखा, तुम से जाना है
इश्क़ सफ़र में रहबर अपना तुम को माना है

एक जनम क्या, अगले जनम भी तुम को पाना है
दुनिया से क्या मतलब, मुझ को तेरी चाहत है

इक तुम पे ही मरते रहना दिल की आदत है
प्यार तुम ही से करते रहना दिल की आदत है
इक तुम पे ही मरते रहना दिल की आदत है



Credits
Writer(s): Anjjan Bhattacharya, Kumaar
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