Aaj Ke Baad (From "Satyaprem Ki Katha")

सौंप दूँ तुझको, ये दिल सँभाले रखा था
तेरा ही होना था, शायद ये पहले से लिखा था

मेहंदी के रंग से दिल का रंग मिल जाने दे आज
जो ना मिले पहले उनको मिल जाने दे आज

आज के बाद तू मेरी रहना
तू मेरी रहना, हाँ, आज के बाद
आज के बाद तू मेरी रहना
तू मेरी रहना आज के बाद

हाँ, परदेसी आएगा, तुझको ले जाएगा
उड़ा के अपने साथ
देखेंगे सारे, और वो ले जाएगा
छुड़ा के हमसे तेरा हाथ

हो जाएगी अब तेरी विदाई
फिर भी नहीं होगी तू पराई
आँखें नम हैं, ख़ुशियाँ भी संग हैं
बजने दो चारों ओर शहनाई

हाँ, आजा, तुझको सँवारूँ मैं
आज तेरी नज़रें उतारूँ (नज़रें उतारूँ)
हाँ, हीरे-मोती हैं क्या?
मैं तुझपे अपनी ज़िंदगी वारूँ

लाल रंग तेरी माँग में ऐसे सजाया है
आज से मैंने ख़ुद को यूँ तेरा बनाया है

आज के बाद तू मेरी रहना
तू मेरी रहना आज के बाद
आज के बाद तू मेरी रहना
तू मेरी रहना आज के बाद



Credits
Writer(s): Manan Bhardwaj
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link