Farebi (From "Neeyat")

फ़रेबी, तू भी और मैं भी फ़रेबी
दोनों की नीयत एक जैसी
तू आग तो गहरा समंदर हूँ मैं भी

फ़रेबी, तू भी और मैं भी फ़रेबी
दोनों की फ़ितरत एक जैसी
तू तीर तो ख़्वाबों में ख़ंजर हूँ मैं भी

सूरतें बची, हाँ, सीरतें नाची ना
शीशे ये झूठे हैं जी
जाँ की क्या क़ीमत है? दिल की क्या हस्ती है?
साँसों से सुस्ती है जी

ओ, दिलवालों, अपनी जानें सँभालो
देखो, आँखें चुरा लो, बद-नज़र से बचो

फ़रेबी तू भी और मैं भी फ़रेबी
दोनों की नीयत एक जैसी
तू आग तो गहरा समंदर हूँ मैं भी

टूटी सी दुनिया ये, झूठी सी दुनिया ये
सच सुनने आती नहीं
बोतल पिलाती है, ताली बजाती है
बढ़ के उठाती नहीं

ओ, दिलवालों, अपनी राहें बना लो
दिल के पर्दे गिरा लो, बद-नज़र से बचो

फ़रेबी, तू भी और मैं भी फ़रेबी
दोनों की नीयत एक जैसी
तू आग तो गहरा समंदर हूँ मैं भी

फ़रेबी, तू भी और मैं भी फ़रेबी
दोनों की फ़ितरत एक जैसी
तू तीर तो ख़्वाबों में ख़ंजर हूँ मैं भी



Credits
Writer(s): Kauser Munir, Michael Ian Mccleary
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