Mere Man Ke Aangan Mein

मेरे मन के आँगन में आना
मन के आँगन में आना
सखी री, मधुर-मधुर मुस्काना, मुस्कुराना
मन के आँगन में आना

मैं हूँ प्रित के जग का बासी
मेरी अखियाँ प्रित की प्यासी
मैं हूँ प्रित के जग का बासी
मेरी अखियाँ प्रित की प्यासी

इनकी प्यास बुझाना, मधुर मुस्काना
सखी री, मन के आँगन में आना
मन के आँगन में आना
सखी री, मधुर-मधुर मुस्काना, मुस्कुराना
मन के आँगन में आना

मेरे प्राणों की हो तुम ही आशा
मेरे गीतों की हो तुम ही भाषा
मेरे प्राणों की हो तुम ही आशा
मेरे गीतों की हो तुम ही भाषा मेरे

चुपके-चुपके रस बरसाना, मधुर मुस्काना
सखी री, मन के आँगन में आना
मन के आँगन में आना
सखी री, मधुर-मधुर मुस्काना, मुस्कुराना
मन के आँगन में आना

तुमको सुरों में भर के मैं गाऊँगा
तुमको सुरों में भर के मैं गाऊँगा
तारों को भी संग-संग मैं नाच नचाऊँगा, नाच नचाऊँगा
तारों को भी संग-संग मैं नाच नचाऊँगा, नाच नचाऊँगा

प्रित की बीन बजाना, मधुर मुस्काना
सखी री, मन के आँगन में आना
मन के आँगन में आना
सखी री, मधुर-मधुर मुस्काना, मुस्कुराना
मन के आँगन में आना



Credits
Writer(s): Premi, Shyam Babu Pathak
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