Kho Na Jau

नशीली रात है, तारे भी साथ हैं
हवाएँ गुनगुना रही, ये ख़ास बात है
नशीली रात है, तारे भी साथ हैं
हवाएँ गुनगुना रही, ये ख़ास बात है

ये पल, जाने क्यूँ थाम सा गया
मेरी मैंने ना सुनी, मैं चलता गया
इस अजनबी से एहसास को क्या प्यार मैं मान लूँ?

खो ना जाऊँ मैं कहीं यहाँ
भँवरे जैसा मैं फिर रहा
दिल ख़ुशी से झूम है रहा
बदला-बदला लग रहा समाँ

सोहबत मेरे सौ ख़्वाब थे
टूटे तारों की तरह कुछ पल ही साथ थे
दिल की खिड़कियाँ
खुल जाएँ उसकी आवाज़ से

में देखूँ, है जहाँ तू
झाँक खिड़कियों के पार घूरता हूँ
ख़ामख़ाँ सा मैं कहीं हूँ
बुनके ख़्वाब तुमको साथ माँगता हूँ मैं

खो ना जाऊँ मैं कहीं यहाँ
भँवरे जैसा मैं फिर रहा
दिल ख़ुशी से झूम है रहा
बदला-बदला लग रहा समाँ



Credits
Writer(s): Shubham Sarita
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link