Andar Baahar Baahar Andar

अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे
अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे
अपनी आँखों में रहते हैं हरदम जवाँ-जवाँ जलवे
हो, अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे

इक तो हसीं चेहरा, उस पे ये क़ाफ़िर अदाएँ, तौबा-तौबा
बिन पूछे दिल में उतर जाने वाली निगाहें, तौबा-तौबा

जलवे जो हैं तुझमें, सनम, ऐसे हँसी कहाँ जलवे?
अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे

सीने से लग जा ज़रा और भी, मेरे दिलबर, आए मज़ा
दिन हैं मोहब्बत के, चढ़ती जवानी का, यारों, छाया नशा

होने लगे हम पे, अजी, ख़ुद ही मेहरबाँ जलवे
अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे

मैं तेरी आँखों से पीके बहकने लगा हूँ, जान-ओ-जिगर
ऐसे में अब और ना जाने क्या गुल खिलेंगे, किस को ख़बर

आ, लूट लें मस्ती में हम मिलके, मेरी जाँ, जलवे
अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे
अपनी आँखों में रहते हैं हरदम जवाँ-जवाँ जलवे
अंदर बाहर, बाहर अंदर, हम हैं जहाँ, वहाँ जलवे



Credits
Writer(s): Rahul Dev Burman, Gulshan Bawra
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