Jo Haal Dil Ka

मैं तुझमें यूँ जब से गुम हो गया
मुझमें रहना मेरा तब से कम हो गया
मैं साँस लूँ धड़के तू जिस जगह
ज़िंदगी भर का मेरा तू सफ़र बन गया

मानने लग गया कहना मेरा ख़ुदा
हाय, कैसा ग़ज़ब हो गया

जो हाल दिल का इधर हो रहा है
वो हाल दिल का उधर हो रहा है
जान-ए-जाँ, दिलों पे प्यार का
अजब सा असर हो रहा है

जो हाल दिल का इधर हो रहा है
वो हाल दिल का उधर हो रहा है

भूल जाता है क्यूँ आजकल दिल धड़कना
तूने जाने ये क्या कर दिया
क्या मज़ा मिल रहा है जो चाहे तड़पना
मुझमें कैसा नशा भर दिया

होश गुम जो हुआ तब से आया नहीं
क्यूँ जुनूँ तेरा होता कम नहीं?

मोहब्बत में जैसा होता है सबको
वैसा ही मुझको अब हो रहा है
जान-ए-जाँ, दिलों पे प्यार का
अजब सा असर हो रहा है

जो हाल दिल का इधर हो रहा है
वो हाल दिल का उधर हो रहा है

जो हाल है तेरा, वो हाल है मेरा
तेरी ख़ुमारी है, हर पल नशा तेरा
पल-पल तड़प तेरी, हर पल जुनूँ तेरा
ये जो भी हालत है, एहसान है तेरा

मैं तुझमें यूँ जब से गुम हो गया
मुझमें रहना मेरा तब से कम हो गया
मैं साँस लूँ धड़के तू जिस जगह
ज़िंदगी भर का मेरा तू सफ़र बन गया

मानने लग गया कहना मेरा ख़ुदा
हाय, कैसा ग़ज़ब हो गया

जो हाल दिल का इधर हो रहा है
वो हाल दिल का उधर हो रहा है



Credits
Writer(s): Jatin Pandit, Lalitraj Pandit
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