Ranjhana

तेरे लिए, थे बांधे मैंने, सारे मन्नतों के धागे
जिंदगी के, गम सारे, झुक गए तेरे आगे

तेरी प्रीत का लागा जो है, रंग कभी ना छूटे
बस यही मैं मांगू दुआ, कभी जो तारा टूटे

वे आया रांझणा मेरा, तेरे मैं सदके जावां
वे आया रांझणा मेरा, तेरी मैं राहें सजावां
वे आया रांझणा मेरा, तू धुन मैं शहनाई
वे आया रांझणा मेरा, तू मेरी परछाई

मेरी काली रातों में, तेरी आतिशबाज़ी है
इश्क के खेल में, मैं हारी तेरी बाज़ी है

खुशियों का मेरे सारी, तू ही तो बहाना
छोटा सा मैं इक पल कोई, तू है सारा ज़माना

रब रूठे तो रूठे पिया, तू कभी ना रूठे
बस यही मैं मांगू दुआ, कभी जो तारा टूटे

वे आया रांझड़ा मेरा, तेरे मैं सदके जावां
वे आया रांझणा मेरा, तेरी मैं राहें सजावां
वे आया रांझणा मेरा, तू धुन मैं शहनाई
वे आया रांझणा मेरा, तू मेरी परछाई

वे आया रांझणा मेरा, तेरे मैं सदके जावां
वे आया रांझणा मेरा, तेरी मैं राहें सजावां
वे आया रांझणा मेरा, तेरे मैं सदके जावां
वे आया रांझणा मेरा, तेरी मैं राहें सजावां



Credits
Writer(s): Shriyash Sahu
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