Psycho Sign

खामोशियाँ निचोड़ कर
मैं ख्वाहिशें बनाता हूँ
ख़्वाहिशों को ख़्वाबों से
मैं बेवजह सजाता हूँ
रूठ कर जमाने से
मैं ख़ुद को ही सताता हूँ
अजीब सा हूँ सर्फिरा
मैं ज़िंदगी जलाता हूँ
हाँ ज़िंदगी जलाता हूँ

कुरेद कर के धड़कनें
मैं ख़्याल बुनके लाता हूँ
मैं ज़िंदगी कि बेबसी के
हाल चुनके लाता हूँ
सुनोगे जो गौर से
मैं ज़िंदगी के हादसे
कमाल के सुनाता हूँ
हाँ बारीकी से सुनाता हूँ
सँभाल के सुनाता हूँ
ढीठ हूँ मैं इस कदर की
ख़ुद को ही सताता हूँ
इश्क़ करके मौत से
मैं आशिक़ी निभाता हूँ
हाँ आशिक़ी निभाता हूँ
तोड़ करके दिल मेरा
मैं ख़ुद को ही रुलाता हूँ
क़ुसूर कर के बेवजह
क़ुसूर मैं छुपाता हूँ

हाँ क़ुसूर मैं छुपाता हूँ
कुछ ख़्वाब मैं जलाता हूँ
कुछ ख्वाहिशें सजाता हूँ
हाँ खामोशियाँ निचोड़ कर
मैं ख्वाहिशें बनाता हूँ

अजीब सा हूँ सर्फिरा
मैं ज़िंदगी जलाता हूँ
हाँ ज़िंदगी जलाता हूँ

हक़ीक़तें जो छुप गयीं
वो रैप में सुनाता हूँ
मैं लुट गया हूँ इश्क़ में
मैं आज ये बताता हूँ
इश्क़ में है रिश्क
हर बार ये समझाता हूँ
हर बार ये समझाता हूँ

रातें गुज़ार दी तुम्हें याद करके
क्या तुम्हें सुकून है हमें बर्बाद करके



Credits
Writer(s): Fanindra Bhardwaj
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