Do Aasmaan

छोटे छोटे पल मिलाके
दूरियों को दूर करके
मिल रहे है दो आसमान
सुनके तेरी बातों को
खो क्यों मैं जाता हूँ
केहे रही है ये हवा

तू थोड़ा ओर पास आ
हाँ मैं ही हूँ वो तेरा
टूटता तारा
रोक दू वक्त मैं
अगर हो यही
ख्वाइश तेरा

जो तू है पास है
गम ये सारे
दूर रहते हैं
दूर हो जब भी तू
आँखें मेरे
क्यों रोते हैं?

ढल रही है शाम ये तो
केहे रहा है मन
जी भरके तुझको मैं
देख लूँ
देख लूँ मैं कितना ही
बेचैन ही रहता हूँ
केहे रही है ये मौसम

तू थोड़ा ओर पास आ
हाँ मैं ही हूँ वो तेरा
टूटता तारा
रोक दू वक्त मैं
अगर हो यही
ख्वाइश तेरा

जो तू है पास है
गम ये सारे
दूर रहते हैं
दूर हो जब भी तू
आँखें मेरे
क्यों रोते हैं?

ये आँखें भी यूँ
रूठ जाते हैं
जब तू दिखें नहीं
मनाऊ कैसे इनको
तू बता एक मेरी
सुनते नहीं
ये आँखें भी यूँ
रूठ जाते हैं
जब तू दिखें नहीं
मनाऊ कैसे इनको
तू बता एक मेरी
सुनते नहीं

जो तू है पास है
गम ये सारे
दूर रहते हैं
दूर हो जब भी तू
आँखें मेरे
क्यों रोते हैं?
जो तू है पास है
गम ये सारे
दूर रहते हैं
दूर हो जब भी तू
आँखें मेरे
क्यों रोते हैं?



Credits
Writer(s): Sayan Kumar Das
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