Bharam

कुछ रहम-ओ-करम कर दे मुझपे
तेरा ही भरम है चढ़ा कब से
कुछ रहम-ओ-करम कर दे मुझपे
तेरा ही भरम है चढ़ा कब से

हर धूप में तेरा ही साया दिखे
शामिल है तू मेरी साँसों में

तू ही तो था, तू ही तो है मुझसे ज़्यादा मुझमें
तू ही तो था, तू ही तो है मुझसे ज़्यादा मुझमें

मेरे ही ख़्वाबों का मैं क़ातिल हूँ
तेरे इरादों का मैं हासिल हूँ
यूँ बे-उम्मीदी में जल-जल के
ले रहा हूँ मैं साँसें

तू ही तो था, तू ही तो है मुझसे ज़्यादा मुझमें
तू ही तो था, तू ही तो है मुझसे ज़्यादा मुझमें



Credits
Writer(s): Arjuna Harjai
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