Zinda Dili (Acoustic)

पल दो पल की है ये अपनी ज़िंदगानी
जी ले तो सुहानी या फिर है बेईमानी
ख़्वाबों के दम पे है इसकी हर रवानी
इसकी धुन पे नाचें होके हम रूहानी

आँखों ने आँखों से नज़रों की ज़बानी
लफ़्ज़ों से छुपाई है ये वो कहानी
दिन के साए में हों रातें भी बेगानी
कर दें हम फ़ना अपनी बेज़ुबानी

ज़िंदा-दिली, yahoo
ज़िंदा-दिली, yahoo

रूठी रातों की है झूठी ये सियाही
सूनी साँसों से तू पा लेगा जुदाई
जीना है तुझे तो दे-दे ये गवाही
लिख दे आसमाँ पे अपनी ही रिहाई

सुन ले हर घड़ी जो देती है दुहाई
अपने हाथ में है अपनी ही रुबाई
गिरती बूँदों सी है दुनिया ये बनाई
उड़ते लम्हों ने है हमको ये सिखाई

ज़िंदा-दिली, yahoo
ज़िंदा-दिली

सोई है जो ख़ुशी
साँसों में जो बसी
राहें नई मिलीं, मिलीं

ज़िंदा-दिली, yahoo

नि धा रे गा पा धा नि सा नि सा नि सा नि सा
नि नि सा नि सा, पा नि सा रे गा मा गा गा
गा मा धा नि सा गा गा

नि नि नि सा सा, नि नि नि सा सा
नि नि नि सा सा, नि नि नि सा सा
सा सा सा नि नि नि सा

ज़िंदा-दिली



Credits
Writer(s): Niranjan Kannan Iyengar, Sulaiman Sadruddin Merchant, Salim Sadruddin Merchant
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