Man Darpan Ko Nirmal Kar Do

मन दर्पण को निर्मल कर दो
मन दर्पण को निर्मल कर दो
मेरे साईं, मेरे साईं

जीवन में अमृत रस भर दो
जीवन में अमृत रस भर दो
मेरे साईं, मेरे साईं
मन दर्पण को निर्मल कर दो

माया ने अपनी डोरी से
बाँध रखा है, बाँध रखा है
माया ने अपनी डोरी से
बाँध रखा है, बाँध रखा है

मोह जाल से मुझे छुड़ाना
मोह जाल से मुझे छुड़ाना

मेरे साईं, मेरे साईं
मन दर्पण को निर्मल कर दो

आँख मूँद कर जाग सकूँ और
देखूँ तुझ को, देखूँ तुझ को
आँख मूँद कर जाग सकूँ और
देखूँ तुझ को, देखूँ तुझ को

सच्ची भक्ति दे दो मुझको
सच्ची भक्ति दे दो मुझको

मेरे साईं, मेरे साईं
मन दर्पण को निर्मल कर दो
मन दर्पण को निर्मल कर दो
मेरे साईं, मेरे साईं

जीवन में अमृत रस भर दो
जीवन में अमृत रस भर दो
मेरे साईं, मेरे साईं

मेरे साईं, मेरे साईं
मेरे साईं, मेरे साईं



Credits
Writer(s): Wadkur Suresh
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