Jugraafiya

जबसे हुआ तेरे नज़दीक है
दिल के मोहल्ले में सब ठीक है
जबसे हुआ तेरे नज़दीक है
दिल के मोहल्ले में सब ठीक है

ज़रा सा किताबों में कम ध्यान है
ज़्यादा तेरे खयालों में है
तुझसे जो मिलके मज़ा है
कहाँ वो गणित के सवालों में है

करके गुस्ताख़ियाँ माँगे ना माफ़ियाँ
तेरी चाहत ने बदला मेरे दिल का जुगराफ़िया
करके गुस्ताख़ियाँ माँगे ना माफ़ियाँ
तेरी चाहत ने बदला मेरे दिल का जुगराफ़िया

Hey, "cycle पर लेके जाऊँगा
समोसे गरम खिलाऊँगा मैं," कर वादा शनिवार को
भगवान के भरोसे छोड़के समोसे
भूल जाए सोमवार को

तेरे लिए घर से निकलती हूँ
जब कहता है मिलती हूँ, घरवालों से छुपके तुझे
परवाह नहीं है मेरी, ज़्यादती है तेरी
क्या समझ रखा है प्यार को?

तुझे किस तरह बताऊँ मैं, कितना ज़रूरी तेरा प्यार है?
मेरे अंधियारे से जीवन में तू ही सफ़ेदी की चमकार है

करके गुस्ताख़ियाँ माँगे ना माफ़ियाँ
तेरी चाहत ने बदला मेरे दिल का जुगराफ़िया

जग को मैं genius लगता हूँ
चेहरा ये serious रखता हूँ
अंदर से दिल-फेंक हूँ
माना हूँ छोटे घर का, जेब से हूँ कड़का
लड़का मैं बड़ा ही नेक हूँ

तेरे चेहरे पे सारे मरते हैं
बाकी लड़के भी वादे करते हैं
लेकिन निभाते नहीं
मौके पे काम आए, वादा जो निभाए
एकलौता, मैं ही एक हूँ

मत घबराना मुहूर्त हमारे मिलन का निकट है, पिया
बस एक googly से पापा का तुझको गिराना wicket है, पिया

करके गुस्ताख़ियाँ माँगे ना माफ़ियाँ
तेरी चाहत ने बदला मेरे दिल का जुगराफ़िया



Credits
Writer(s): Ajay-atul, Amitabh Bhattacharya
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