Ghungroo (From "War")

Met the sun in the sand
And the sea in the night
And we're feeling alright
Yeah, we're feeling alright

क्यूँ लम्हे ख़राब करें?
आ, ग़लती बेहिसाब करें
दो पल की जो नींद उड़ी
आ, पूरे सारे ख़्वाब करें

क्या करने हैं उम्रों के वादे?
ये जो रहते हैं, रहने दे आधे
दो बार नहीं, एक बार सही
एक रात की कर ले तू यारी

सुबह तक मान के मेरी बात
तू ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गए, कि घुँघरू टूट गए

छोड़ के सारे शर्म और लाज
मैं ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गए, कि घुँघरू टूट गए

दिल लेना, दिल देना ज़रूरी नहीं है
इन बातों के सिवा भी बातें कई हैं
एक लम्हे से ज़्यादा की ख़्वाहिश नहीं है
फिर चाहे दोबारा ना मिलना कहीं

मेरे सपने नहीं सीधे-सादे
है ग़लत-फ़हमियाँ तो मिटा दे
दो बार नहीं, एक बार सही
एक रात की कर ले तू यारी

सुबह तक मान के मेरी बात
तू ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गए, कि घुँघरू टूट गए

छोड़ के सारे शर्म और लाज
मैं ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गए, कि घुँघरू टूट गए

इश्क़ है आज बस, कल करना भी नहीं
दिल में ठहरना तो है, पर उतरना भी नहीं
मिटना भी है कुछ देर के लिए
पूरी उम्र तुम पे मरना भी नहीं

क्या करने हैं उम्रों के वादे?
ये जो रहते हैं, रहने दे आधे
दो बार नहीं, एक बार सही
एक रात की कर ले तू यारी

सुबह तक मान के मेरी बात
तू ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गए, कि घुँघरू टूट गए

छोड़ के सारे शर्म और लाज
मैं ऐसे ज़ोर से नाची आज
कि घुँघरू टूट गए, कि घुँघरू टूट गए

टूट गए, कि घुँघरू टूट गए
टूट गए, कि घुँघरू टूट गए



Credits
Writer(s): Vishal Dadlani, Rakesh Pal, Shekhar Ravjiani
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