Piya - The Story

पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?
पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?
पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?

जो मिल के कभी भी मिटना सके
जो छू के कभी भी छुपना सके

जलता रहूँ तेरी आँखों में
पिघलता रहूँ तेरी यादों में

धीरे-धीरे लम्हा जी ले
उस पल में तुम आ रहे हो
ख़ामोशी से आँखें मूँदे
चुपके से मुस्कुरा रहे हैं

मेरे दो नैना और ये रैना
ढूँढे हैं क़रार उसी मौसम में
छुप पाए ना, मिल जाए ना
तेरा वो प्यार जो झूठा है ना

पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?
पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?
पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?

सुकूँ मेरे दिल का इज़हार का ख़याल तेरा
जुनूँ मेरे दिल का इक़रार का जवाब तेरा

उफ़, ये ख़याल मुस्कुराने का
तेरा दिल से जाए ना
ख़ामोशी में गुनगुनाने का
मिज़ाज है ना पश्मीना

दिल को चुरा के अपना बना ले
और ले जा मुझे दूर तू कहीं
कह पाऊँ जहाँ तुझसे मैं

पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?
पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?
पिया, तू काहे ऐसा दर्द चाहे?

जो मिल के कभी भी मिटना सके
जो छू के कभी भी छुपना सके



Credits
Writer(s): Arko
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