Rehmat - Rebound

ये नाज़ुक सा रिश्ता हमारा
कहीं ये गुज़िश्ता हमारा ना ले डूबे
ये दिल बस है ढूँढे किनारा
ओ, यारा तुझे

आ, सच तो यही है कि कह ना सकूँ मैं
कि संग तेरे इस दिल को कितना सुकूँ है
कि जीने की तू ही वजह बन गया है ना

कितना छुपाया, ये छुप ना सका है
ये प्यार नहीं तो, बता, और क्या है?
मेरे दिल की तू ही फ़ना बन गया है ना

कर दे मुझपे तू रहमत
दूर मझसे तू रह मत
आ भी जा, आ भी जा
यही इल्तिजा मैं करूँ

तू ही कहानी है, तू ज़िंदगानी है
तारों में एक चाँद तू

दुनिया मेरी दोपहर की तरह
जिसमें मीठी सी एक शाम तू
मीठी-सी एक शाम तू
मीठी-सी एक शाम तू

हाँ, रेत पर तेरा नाम लिखती हूँ फिर मिटाती हूँ मैं
तुझसे मिलने के लम्हे मसरूफ़ियत से चुराती हूँ मैं
तू मिल जा मुझे इस तरह
जिस तरह मिलते हों नदिया के दो धारे

कर दे मुझपे तू रहमत
दूर मझसे तू रह मत
आ भी जा, आ भी जा
यही इल्तिजा मैं करूँ

तू ही कहानी है, तू ज़िंदगानी है
तारों में एक चाँद तू

दुनिया मेरी दोपहर की तरह
जिसमें मीठी सी एक शाम तू
मीठी-सी एक शाम तू
मीठी-सी एक शाम तू



Credits
Writer(s): Rochak Kohli, Gurpreet Saini, Gautam Sharma
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