JaiHind Ki Senaa

स्वधर्मे निधनं श्रेयः, स्वधर्मे निधनं श्रेयः
जय-जय-जय, जय-जय-जय
जय-जय-जय (स्वधर्मे निधनं श्रेयः)
जय-जय-जय (स्वधर्मे निधनं श्रेयः)

सूरज की तरह जलता जा तू
आँधी की तरह बढ़ता जा तू
चलता जा तू, चलता जा
ये धर्म है तेरा, लड़ता जा

सूरज की तरह जलता जा तू
आँधी की तरह बढ़ता जा तू
क़दम ये तेरे कभी रुकें ना

जयहिंद की सेना
जयहिंद की सेना

जयहिंद की सेना

बंकरों पे बम गिरा के बोल, "ज़िंदाबाद" तू
Shershaah, हर-दम रहेगा सरहदों को याद तू
फूँकता जा, फूँकता जा ज़ालिमों की बस्तियाँ
दुश्मनों को क्या पता, है आग की औलाद तू

बंकरों पे बम गिरा के बोल, "ज़िंदाबाद" तू
Shershaah, हर-दम रहेगा सरहदों को याद तू
फूँकता जा, फूँकता जा ज़ालिमों की बस्तियाँ
दुश्मनों को क्या पता, है आग की औलाद तू

घाव बदन पे सहता जा तू
"भारत-भारत" कहता जा तू
पर्वत-पर्वत चढ़ता जा तू
वीर बहादुर, लड़ता जा

शपथ है तुझको इस माटी की
लड़ना, जब तक जान है बाक़ी
दम रुक जाए, क़दम रुकें ना

जयहिंद की सेना
जयहिंद की सेना
जयहिंद की सेना



Credits
Writer(s): Manoj Muntashir, Vikram Noel Montrose
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