Teri Tarah Meri Tarah (feat. Milind Kudav)

तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं
तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं
सोचु मैं कुछ होता है कुछ
सोचु मैं कुछ होता है कुछ जाने क्यों होश नहीं है
जाने क्यों लोग नहीं हैं
अपने जहाँ में हर कोई ग़ुम है कैसे समझाए कोई ।
हर ज़िंदगी की अपनी कहानी कैसे सुनाये कोई।
कैसा नसीब सब हैं क़रीब
कैसा नसीब सब हैं क़रीब क्यों पहचाने लोग नहीं हैं॥
तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं
जाने क्यों लोग नहीं हैं
तल्खियाँ इस ज़माने की बड़ा हैरान करती हैं।
ना कोई ज़ुर्म अपना है मगर परेशान करती हैं॥
समझता दिल नहीं जाँ नहीं रूह भी तड़पती है।
यह दूरी किस लिए क्यों कर ख़ता बयान करती है
बस ख़ता बयान करती है।
दिल को लगाके दुनिया में रहना इतना आसान नहीं है
आँखों की बातें होठों से कहना इतना आसान नहीं है
दुश्मन वफ़ा के अक्सर ना सुनते
दुश्मन वफ़ा के अक्सर ना सुनते तराने क्यो लोग नहीं हैं।
तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं
जाने क्यों लोग नहीं हैं
सोचु मैं कुछ होता है कुछ
सोचु मैं कुछ होता है कुछ जाने क्यों होश नहीं है
तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं
तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं
तेरी तरह, मेरी तरह जाने क्यों लोग नहीं हैं



Credits
Writer(s): Nitin, Sunil, Sunil-nitin
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