fursat

दिल ढूँढता है फ़िर वही
फ़ुर्सत के रात-दिन
दिल ढूँढता है फ़िर वही
फ़ुर्सत के रात-दिन
दिल ढूँढता है फ़िर वही

बैठे रहें तसव्वुर-ए-जानाँ किए हुए, हुए
दिल ढूँढता है फ़िर वही
फ़ुर्सत के रात-दिन
दिल ढूँढता है फ़िर वही



Credits
Writer(s): Ashish Zachariah
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