Tere Bina Zindagi Se

तुम जो कह दो तो आज की रात चाँद डूबेगा नहीं
रात को रोक लो
तुम जो कह दो तो आज की रात चाँद डूबेगा नहीं
रात को रोक लो

रात की बात है, और ज़िंदगी बाक़ी तो नहीं

तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं

जी में आता है, तेरे दामन में सर छुपा के हम
रोते रहें, रोते रहें
जी में आता है, तेरे दामन में सर छुपा के हम
रोते रहें, रोते रहें

तेरी भी आँखों में आँसुओं की नमी तो नहीं

तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं

काश ऐसा हो, तेरे क़दमों से चुन के मंज़िल चले
और कहीं, दूर कहीं
काश ऐसा हो, तेरे क़दमों से चुन के मंज़िल चले
और कहीं, दूर कहीं

तुम 'गर साथ हो, मंज़िलों की कमी तो नहीं

तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन ज़िंदगी तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं



Credits
Writer(s): Gulzar, Burman Dev
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