Mohabbat Se Zyada

मोहब्बत से ज़्यादा मोहब्बत है तुमसे
मोहब्बत से ज़्यादा मोहब्बत है तुमसे
ये दिल कह रहा है, क़सम से, क़सम से

तुम्हें चाहती हूँ मैं चाहत से ज़्यादा
तुम्हें चाहती हूँ मैं चाहत से ज़्यादा
ये रब जानता है, क़सम से, क़सम से
मोहब्बत से ज़्यादा...

तुम्हें देखती हूँ तो लगता है जैसे
मुझे मेरी सारी ख़ुशी मिल गई है
सदियों से जिसकी तमन्ना थी मुझको
मुझे वो मेरी ज़िंदगी मिल गई है

तेरी बातें सुन के मेरी ये निगाहें
तेरी बातें सुन के मेरी ये निगाहें
झुकी जा रही हैं शरम से, शरम से

मोहब्बत से ज़्यादा मोहब्बत है तुमसे
ये दिल कह रहा है, क़सम से, क़सम से
मोहब्बत से ज़्यादा...

बचा के रखूँगी सभी उलझनों से
तुम्हें गेसुओं की घनी छाँव दूँगी
मुझे चाहे कुछ भी ज़माना कहेगा
तेरे बाज़ुओं में ही खोई रहूँगी

मुझे प्यार कितना है इस भोलेपन से
मुझे प्यार कितना है इस भोलेपन से
बताऊँ मैं कैसे सनम से, सनम से?

मोहब्बत से ज़्यादा मोहब्बत है तुमसे
ये दिल कह रहा है, क़सम से, क़सम से
तुम्हें चाहती हूँ मैं चाहत से ज़्यादा
ये रब जानता है, क़सम से, क़सम से
मोहब्बत से ज़्यादा...



Credits
Writer(s): Sameer Anjaan, Nadeem Saifi, Shravan Rathod
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